उत्तर प्रदेश के आबकारी एवं मद्य निषेध राज्येमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नितिन अग्रवाल ने आज यहां लोकभवन में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि विभाग के क्रियाकलापों में राजस्व् के साथ औद्योगिक विकास का भी महत्वंपूर्ण स्थािन है। प्रदेश में विकास के क्रम में आबकारी विभाग द्वारा नये उद्योगों की स्था पना तथा आबकारी विभाग में पहले से चली आ रही जटिल व्य वस्था्ओं और नियमों को सरल कर “ईज आफ डूइंग बिजनेस” के दर्शन को अपनाते हुए विभागीय कार्य-कलापों को अत्यलन्तई आसान बनाने के लिये लगातार कार्य किये जा रहे हैं।  

100 दिनों के निर्धारित लक्ष्य के खिलाफ आबकारी विभाग ने की उपलब्धियां-
  • राज्य में निवेश पैदा करने और रोजगार पैदा करने के लिए नई डिस्टिलरी की स्थापना की।
  • माइक्रोब्रेवरीज और रेस्टोबार की स्थापना।
  • राज्य के संसाधनों में वृद्धि के लिए राजस्व उपलब्धि।
Sri. Nitin Agarwal, Minister Excise and Prohibition, Sri. Sanjay R Bhoosreddy, ACS, Excise and Cane and Sri.Senthil Pandian, UP Excise Commissioner

आबकारी राज्य।मंत्री ने कहा कि आबकारी विभाग द्वारा 100 दिवस की कार्य योजना बनाई गई थी, जिसके अन्त र्गत 03 नई आसवनियॉं को स्थाेपित किये जाने का लक्ष्या निर्धारित किया गया था। इन आसवनियों की स्थाजपना से 793.37 करोड़ रूपये का निवेश तथा लगभग 3,600 नये रोजागार के अवसर सृजित होंगे। इनमें उत्पा दन प्रारम्भा होने के उपरान्तय लगभग 6,070 करोड़ रूपये का राजस्वृ राज्यग सरकार को तथा 25 करोड़ रूपये का राजस्वय केन्द्रन सरकार को वार्षिक रूप से प्राप्त् होगा जिसका 50 प्रतिशत राज्या सरकार को उपलब्धे कराया जायेगा।

एथनाल ब्लेण्डिंग प्रोग्राम के अन्तोर्गत एथनाल उत्पाकदन में उत्त र प्रदेश का प्रमुख स्था्न रहा है और प्रदेश वर्तमान में उत्तमर प्रदेश राज्यत में आयल डिपो को एथनाल की आपूर्ति करने के साथ-साथ देश के अन्य् राज्यों  को भी एथनाल की आपूर्ति कर रहा है। विगत वर्ष 115 करोड़ ब.ली. एथनाल का उत्पायदन किया गया था। इस वर्ष एथनाल उत्पाहदन का वार्षिक लक्ष्यब 140 करोड़ ब.ली. निर्धारित करते हुए 100 दिवस में 45 करोड़ ब.ली. उत्पाूदित किये जाने का लक्ष्ये रखा गया था, जिसके सापेक्ष 45.17 करोड़ ब.ली. एथनाल का उत्पाउदन करते हुए 100.4 प्रतिशत लक्ष्या की पूर्ति कर ली गयी है। एथनाल के अधिकाधिक उत्पासदन से जनमानस को उपयोगार्थ ग्रीन फ्यूल उपलब्धक हो पायेगा तथा एथनाल ब्ले ण्डिंग प्रोग्राम की सफलता से विदेशी मुद्रा की बचत सुनिश्चित हो सकेगी। इससे प्रदेश की जी.डी.पी. में लगभग 2,221.45 करोड़ रूपये का योगदान होगा।
100 दिवस की कार्ययोजना के अन्तधर्गत 10,200 करोड़ रूपये राजस्वि प्राप्ति का लक्ष्यव रखा गया था, जिसके अन्तधर्गत अनवरत प्रयास करते हुए वित्तीोय वर्ष 2022-23 में 10,837.41 करोड़ रूपये की प्राप्ति सुनिश्चित कर ली गई है । वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रथम अप्रैल-22 से जून-22½ तक 9713.48 करोड़ रूपये की प्राप्ति हुई है जो गत वर्ष 2021-22 के प्रथम में प्राप्त 8368.58 करोड़ रूपये के सापेक्ष 1344.90 करोड़ रूपये अर्थात~ 16.07% अधिक है ।
इसके अतिरिक्त प्रदेश में फल उत्पादकों के विकास हेतु फलों से वाइन उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये वाइनरी स्थापना नियमावली में आवश्यक संशोधन भी मा. मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित किये गये हैं। प्रदेश में प्रथम बार विश्लेषणात्मक श्रेणी और हाई परफारमेंस लिक्विड क्रोमैटोग्राफी श्रेणी के अल्कोहल के प्रसंस्करण एवं बोतल भराई के लाइसेंस की नियमावली भी प्रख्यापित की गयी है।
      वर्तमान में मादक पदार्थों का बढ़ता प्रचलन गम्भीर चिन्ता का विषय है। वर्तमान में समाज में विशेषकर युवाओं में मादक पदार्थों की बढ़ती प्रवृत्ति पर नियन्त्रण पाना हम सब के लिए गम्भीर चुनौती बन गया है। मद्यनिषेध विभाग, उ0प्र0 नशा नहीं खुशी अपनाईये की अवधारणा पर विभिन्न प्रकार के जन जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से जनसामान्य में नशे के दुष्परिणामों के प्रति संचेतना जागृत करने का कार्य करता है। विभाग द्वारा नशे के दुष्परिणामों के प्रचार-प्रसार हेतु 100 दिवसीय कार्ययोजना के सापेक्ष विभिन्न कार्यकलापों हेतु निर्धारित लक्ष्यों की शत् प्रतिशत पूर्ति करायी गयी।
मद्यनिषेध विभाग, उ0प्र0 द्वारा 100 दिवस की कार्ययोजना के तहत नशे के दुष्परिणामों के प्रचार हेतु डाक्यूमेंट्री/चलचित्र प्रदर्शन हेतु 120, शिक्षात्मक (निबन्ध/भाषण/पोस्टर) एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं हेतु 315 एवं प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण हेतु 1260, वालपेटिंग्स हेतु 315, होर्डिंग्स की स्थापना हेतु 07,  रैलियों के आयोजन हेतु 63, गोष्ठियों के आयोजन हेतु 420, प्रदर्शनियों के आयोजन हेतु 84, सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु 63, प्रिन्ट/इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रचार हेतु 07 व्यसनियों को उपचार हेतु प्रेरित किये जाने हेतु 756 लक्ष्य निर्धारित किये गये थे।
26 जून 2022 को ‘‘मादक पदार्थों का दुरुपयोग एवं अवैध व्यापार विरोधी अन्तर्राष्ट्रीय दिवस‘‘ के अवसर पर जनपद लखनऊ के विभिन्न स्थानों पर 100 बैनर्स लगवाये गये तथा 1,50,000 मोबाइल नम्बरों पर नशा न करने हेतु जनसामान्य को संदेश फ्लैश कराये गये। साथ ही दिनांक 21.06.2022 से 30.06.2022 तक आकाशवाणी के एफ0एम0 रेनबो चैनल के 20 स्पाट पर नशे के दुष्परिणामों के प्रति जनजागरूकता संदेश प्रसारित कराये गये।