प्रदेश में 90 से अधिक अल्कोहल उत्पादन इकाइयां हो गई हैं। उत्पादकों को आने वाले समय में फीडस्टॉक (कच्चा माल) के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है। उत्पादन इकाइयां फीडस्टॉक की समस्याओं के निराकरण की पहले से तैयारी शुरू कर दी है। उत्पादक अब पारंपरिक फीडस्टॉक शीरे पर आश्रित न होकर अनाज और दूसरे विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। पिछले वर्ष बिजनौर में स्थापित बिन्दल पेपर्स मिल्स लि. की चीनी मिल और डिस्टिलरी प्रारम्भ हुई थी। डिस्टिलरी ने अपने संयंत्र को डुअल मोड पर चलाने का निर्णय लिया है। डुअल मोड के अंतर्गत ग्रेन और शीरे से उपलब्धता के मुताबिक एक ही संयंत्र पर उत्पादन होता है। प्रदेश सरकार द्वारा बिन्दल को 6 दिसम्बर, 2024 को एक पत्र जारी कर इसकी अनुमति प्रदान कर दी गई है। डिस्टिलरी में 150 किलोलीटर प्रतिदिन उत्पादन क्षमता का संयंत्र है। एक साल में 495 लाख लीटर अल्कोहल का उत्पादन होता है। वर्ष में 330 कार्यदिवस में उत्पादन की अनुमति प्राप्त है। इकाई में अब्सोल्यूट अल्कोहल और डिनेचर्ड स्प्रिट का उत्पादन किया जाता है।
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