देश का सबसे बड़ा राज्य होने के नाते उत्तर प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की वजह से बड़ी संख्या में मौतें होती हैं। इंटरनेशनल स्पिरिट एंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएस-डब्लूएआई) के लखनऊ में नेवर ड्रिंक एंड ड्राइव अभियान के अवसर पर आबकारी राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि नशे में गाड़ी चलाने के कारण 2.5 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं में मौत होती है, जिसमें युवाओं की संख्या ज्यादा होती है। आईएसडब्लूएआई और यूपी सरकार की संयुक्त पहल का उद्देश्य इस गंभीर समस्या के खिलाफ जागरूकता, शिक्षा और व्यवहार में बदलाव को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रदेश के पुलिस आयुक्तालय के सहायक पुलिस आयुक्त, विकास कुमार पांडे ने प्रवर्तन और शिक्षा की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि हमारे नागरिक सड़क पर सुरक्षित रहें। आईएसडब्लूएआई के साथ हमारा संयुक्त अभियान जनता को शिक्षित करने, ‘ड्रिंक एंड ड्राइव के खतरों पर जागरूकता बढ़ाने और सड़कों पर जिम्मेदार व्यवहार को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। नशे में गाड़ी चलाना गैरकानूनी है और यह स्वयं और दूसरों के जीवन के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। हम हर नागरिक से आग्रह करते हैं कि कानून का पालन करें, जिम्मेदार बनें और कभी भी पीकर वाहन न चलाएं।’
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