चंपावत जिले में जल्द ही सेब और नाशपाती से वाइन बनाने की फैक्ट्री स्थापित होने जा रही है। राज्य के फल उत्पादकों को इससे फायदा होगा। इससे क्षेत्र के फलों का बेहतर उपयोग हो सकेगा और साथ ही स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। फैक्ट्री को लगाने के लिए शासन ने मंजूरी दे दी है। एक साल के भीतर फैक्ट्री में काम शुरू हो जाएगा। चंपावत के सिन्याडी में लंबे समय से वाइन फैक्ट्री लगाने का कार्य चल रहा है जिसका अधिकांश निर्माण कार्य भी हो चुका है। जिसके चलते निजी कंपनी
गोल्डन फन फूड्स ब्रीवरेज प्राइवेट लिमिटेड ने बीते वर्ष दिसंबर में वाइन फैक्ट्री लगाने का प्रस्ताव दिया था जिसे शासन ने स्वीकार कर लाइसेंस प्रदान कर दिया है। फैक्ट्री की क्षमता 1000 किलो लीटर होगी जिसमें पहाड़ के फलों से तैयार वाइन उत्तराखंड के साथ बाहरी राज्यों में भी बेची जाएगी। कंपनी चम्पावत के साथ पूरे उत्तराखंड में उत्पन्न होने वाले फल नाशपाती, माल्टा सेब काश्तकारों से खरीदेगी जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। दरअसल फलों से निर्मित होने वाली वाइन में 11 से 13 प्रतिशत अल्कोहल होता है। इस फैक्ट्री के संचालन से पहाड़ी फलों की खेती बढ़ने के साथ ही किसानों को अच्छे दाम मिलेंगे। वर्ष 2015 में वाइन फैक्ट्री खोलने का प्रस्ताव भेजा गया था तथा भवन और उपकरण लगाने के बाद शासन स्तर से गठित तकनीकी टीम ने मुआयना भी किया था लेकिन वाइन उत्पादन की 2500 केएल की न्यूनतम क्षमता की शर्त पूरी नहीं होने से इसे हरी झंडी नहीं मिली थी लेकिन अब 1000 किलो लीटर उत्पादन क्षमता को मंजूरी मिल चुकी है।