देश की सबसे बड़ी शराब कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स (यूएसएल) के शुद्ध लाभ में क्रिकेट की हिस्सेदारी बढ़कर 16 फीसदी हो गई है। कंपनी का कहना है कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान उसके कुल लाभ में क्रिकेट की हिस्सेदारी 16 फीसदी रही। इस दौरान उसकी क्रिकेट टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) का राजस्व दोगुना हो गया। आरसीबी का राजस्व 2023-24 में 163 फीसदी बढ़कर 650 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल 247 करोड़ रुपये था। इस दौरान आरसीबी का शुद्ध लाभ 222 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। दो साल पहले कंपनी के लाभ में आरसीबी का योगदान सिर्फ 8 फीसदी था।
दुनिया की सबसे बड़ी डिस्टिलर डियाजियो पीएलसी की भारतीय इकाई यूएसएल ने अपनी ताजा सालाना रिपोर्ट में कहा कि एक साल पहले आरसीबी को 15 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। यूएसएल के मालिक दिग्गज उद्योगपति विजय माल्या ने 2008 में आरसीबी को 111.6 मिलियन डॉलर में खरीदा था। उन्होंने आरसीबी को यूएसएल की सहायक कंपनी बना दिया। पिछले साल कंपनी महिला क्रिकेट टीम से भी जुड़ी थी, जिसने महिला प्रीमियर लीग का पहला संस्करण जीता था। यूएसएल ने 2023-24 के लिए 25,724 करोड़ रुपये की बिक्री और 1,312 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। पिछले साल के मुकाबले कंपनी की बिक्री में 7 फीसदी की गिरावट आई है, लेकिन मुनाफे में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि मुनाफे के मामले में आरसीबी अब यूएसएल के स्वामित्व वाले 63 शराब ब्रांडों में से अधिकतर से बड़ी हो सकती है। आईपीएल फ्रेंचाइजी के मालिक और निवेशक अब रिटर्न पर ज्यादा ध्यान दे सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि टूर्नामेंट अब ज्यादा परिपक्व और स्थिर दौर में प्रवेश कर रहा है। एंटीक ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च, कंज्यूमर एंड रिटेल) अभिजीत कुंडू ने ईटी से कहा कि आरसीबी अब यूएसएल के लिए मुनाफे के साथ-साथ शराब कारोबार के लिए ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।