स्कॉच और बर्बन दोनों ही व्हिस्की हैं, लेकिन ये दो अलग-अलग टेस्ट का प्रतिनिधित्व करती हैं। दोनों ही दुनिया भर में पसंद की जाने वाली दो लोकप्रिय व्हिस्की हैं और दोनों का एक समृद्ध इतिहास और स्वाद है। लेकिन उनके बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर भी है। जिस तरह स्कॉच स्कॉटलैंड की पहचान और उसका गौरव है, उसी तरह बर्बन भी अपने अमेरिका की सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
दो बार डिस्टिल करके बनती है स्कॉच
व्हिस्की एक प्रकार की डिस्टिल्ड शराब है जिसे अनाज के मैश से बनाया जाता है। स्कॉच खास तौर पर वो व्हिस्की है जो स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन द्वारा निर्धारित सख्त नियमों के तहत केवल स्कॉटलैंड में बनाई जाती है और इसकी ओक बैरेल में रखने की उम्र कम से कम तीन साल होनी चाहिए। स्कॉच को आमतौर पर दो बार डिस्टिल्ड किया जाता है। स्कॉच खासतौर पर माल्टेड जौ से बनाई जाती है। माल्ट उस सूखे जौ के बीज का परिणाम है, जो माल्टिंग नामक प्रक्रिया के माध्यम से अंकुरित होता है। स्कॉच का एक खास स्वाद है जो इसे किसी भी तरह की व्हिस्की से अलग करता है। स्कॉच को सिंगल माल्ट या ब्लेंडेड के रूप में क्लासिफाइड किया जाता है। सिंगल माल्ट स्कॉच एक ही डिस्टिलरी से आती है, जबकि ब्लेंडेड स्कॉच कई अलग-अलग डिस्टीलरी से आई व्हिस्कियों को मिलाकर बनाई जाती है।
मक्के से बनती है बर्बन
बर्बन व्हिस्की संयुक्त राज्य अमेरिका के केंटुकी राज्य में बनाई जाती है। इसको बनाने में कम से कम 51 फीसद मक्के का इस्तेमाल करते हैं। जिसे न्यू मेक्सिको और टेक्सास के बीच स्थित केंटुकी राज्य में उगाया जाता है। मक्के को फिर अन्य अनाज जैसे गेंहू या जौ के साथ मिलाया जाता है। इस मिश्रण को एक मशीन द्वारा पीसा जाता है। फर्मेंटेशन के बाद इसको डिस्टिल किया जाता है। इसके बाद इसे कम से कम दो साल के लिए ओक बैरल में मेच्योर करने के लिए रखा जाता है। बर्बन व्हिस्की का स्वाद अमूनन मीठा और हल्का होता है। बर्बन को आमतौर पर सिंगल बर्बन या ब्लेंडेड बर्बन के रूप में क्लासिफाइड किया जाता है। सिंगल बर्बन एक ही डिस्टलरी से बनकर आती है, जबकि ब्लेंडेड बर्बन को अलग डिस्टिलरी की व्हिस्कियों को मिलाकर बनाया जाता है।