आबकारी विभाग पिछले वित्तीय वर्ष से कम दुकानों के बावजूद राजस्व में अच्छी बढ़ोतरी की है। इस सत्र का लक्ष्य 17 हजार 100 करोड़ है। आबकारी विभाग ने अप्रैल माह में राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य 1350.94 करोड़ रुपए रखा है। इसके मुकाबले विभाग 1105.68 करोड़ रुपए का राजस्व ही प्राप्त किया है। विभाग ने अप्रैल के तय लक्ष्य के मुकाबले 18 प्रतिशत कम राजस्व अर्जित किया है। मई माह में राजस्व प्राप्ति का कुल लक्ष्य 1675.85 करोड़ रुपए था। लक्ष्य के मुकाबले विभाग मई में 1147.45 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया है।
इस प्रकार इस मई में विभाग लक्ष्य के मुकाबले 31.54 प्रतिशत कम राजस्व प्राप्त कर पाया है। अप्रैल और मई महीनों का कुल लक्ष्य 3026.79 करोड़ था। इसके सापेक्ष विभाग ने 2391 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त किया है। इन दोनों महीनों के कुल लक्ष्य से करीब 20 फीसदी कम राजस्व विभाग प्राप्त कर पाया है। पिछले वित्तीय वर्ष में मिले राजस्व से तुलना करें तो विभाग की स्थिति बेहतर है।
अप्रैल 2023 में विभाग को 886 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। जबकि अप्रैल 2024 में विभाग को 1186 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। इस हिसाब से विभाग ने पिछले वर्ष अप्रैल से इस वर्ष अप्रैल में 377 करोड़ रुपए अधिक प्राप्त किए हैं। इस प्रकार विभाग ने अप्रैल 24 में पिछले अप्रैल से 46 फीसदी अधिक राजस्व प्राप्त किया है। मई 2023 में विभाग को 1195 करोड़
रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। जबकि मई 2024 में विभाग को 1205 करोड़ रुपए प्राप्त हुए। इस हिसाब से विभाग ने पिछले वर्ष मई से इस वर्ष मई में 10 करोड़ रुपए अधिक प्राप्त किए हैं। इस प्रकार विभाग ने मई 2024 में पिछले मई से 0.83 फीसदी अधिक राजस्व प्राप्त किया है। पिछले वित्तीय वर्ष के अप्रैल और मई माह में विभाग ने 2004 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया था। जबकि इस वर्ष इन्हीं दो महीनों में विभाग ने 2391 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त किए हैं। इस प्रकार पिछले वर्ष के इन दो महीनों से इस वर्ष के इन दो महीनों में विभाग ने 19.31 प्रतिशत अधिक राजस्व प्राप्त किया है। इस वित्तीय वर्ष में प्रदेश भर में शराब की कुल 6984 दुकानें ही संचालित है। जबकि पिछले वर्ष इससे अधिक करीब 7518 दुकानें संचालित थी