उत्तर प्रदेश सरकार की आबकारी नीति उपभोक्ता आधारित है। उपभोक्ताओं को सभी प्रकार के मदिरा वाइन और बीयर उपलब्ध कराने के लिए आबकारी नीति बनाई जाती है। प्रदेश सरकार की योजना के मुताबिक लगभग 2400 ब्रांड के अल्कोहल की विभिन्न श्रेणियां उपभोक्ताओं को उपलब्ध हैं जिसमें 617 इम्पोर्टेड श्रेणी के हैं। उपभोक्ताओं के शौक को पूरा करने के लिए देश के बाहर से मदिरा वाइन और बीयर का आयात कर उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश में शौकीन महंगी से महंगी मदिरा पर दिल खोलकर खर्च करने को तैयार दिख रहे हैं क्योंकि उपभोक्ताओं की मांग पर सिंगल माल्ट बाल ब्लेयर की व्हिस्की 67750 रुपये में बेची जा रही है। इसी तरह ओल्ड पल्टेनी सिंगल माल्ट जिसकी धारिता 700 एमएमल है, की कीमत 63750 रुपये है। अधिकतम मूल्य वाले दस टॉप ब्रांड में सबसे कम कीमत जानी वाकर की 15370 रुपये है। अधिकतर आयातित बोतल 700 एमएल की ही है।
विदेशों से कई तरह की व्हिस्की आयात की जा रही हैं जिसमें स्कॉच, आयरिश, जापानी और बोरबोर्न व्हिस्की शामिल हैं। व्हिस्की के अतिरिक्त ल्क्वेिर, कोग्नैक, वोदका, जिन तथा रम आदि के बोतल दुकानों पर उपलब्ध है। वोदका के प्रसिद्ध ब्रांडों में ग्रेगूज, अब्सोल्यूट, बेलबिडियर तथा क्रिस्टल हेड आदि मिल रहे है। जिन के ब्रांडों में बॉम्बे सफायर, कैंब्रिज और बीफिटर लंदन आदि शामिल है।
प्रदेश में लगभग दस कंपनियां इम्पोर्टेड मदिरा का व्यापार कर रही है जिनमें सबसे अधिक 171 ब्रांड रूट क्रॉप्स और 108 शिवा ट्रेडर के हैं। पशुपति स्प्रिट्स 87 और एमएलएमएल वाइन 66 ब्राण्ड की मदिरा और बीयर उपलब्ध करा रहे हैं। वैडिक और इनफिनिटी स्प्रिट्स 50-50 तथा ब्रिडको सेल्स 44 ब्रांड के इम्पोर्टेड मदिरा बेच रही हैं।
वाइन की मांग जबरदस्त रहेगी। बीयर की अधिक इम्पोर्टेड ब्रांड उपलब्ध नहीं है। दुनिया की सबसे बड़ी बीयर उत्पादक कंपनियां प्रदेश में ही अपने प्रसिद्ध ब्राण्डों का उत्पादन कर रही हैं। देश के बाहर की लगभग 17 ब्राण्ड के बीयर मिल रहे हैं। अधिकतर इम्पोर्टेड बीयर 330 10 वैडिक स्प्रिट्स एमएल के बोतलों में हैं जिसकी अधिकतम कीमत 300 रुपये है। हॉपर ब्लोंडी और हॉपर विट बीयर 30-30 लीटर में उपलब्ध है। दोनों की कीमत एक बराबर 17010 रुपये है।