नए साल के स्वागत में लखनऊ वाले शहर से लेकर गांवों तक शराब के जाम छलकाकर तीस करोड़ की शराब पी गए। साल के आखिरी दो दिनों में यानी 30 और 31 दिसंबर को अंग्रेजी से लेकर देशी शराब व बियर की जमकर खपत हुई। लखनऊ में शराब की बिक्री से आबकारी विभाग उत्साहित है। नए साल के मौके पर लखनऊ की खपत किस कदर बढ़ रही है इसका अंदाजा राजस्व आंकड़ों से लगाया जा सकता है, गत वर्ष दिसंबर के महीने में जहां विभाग को शराब बिक्री से 163 करोड़ का राजस्व मिला था वहीं इस बार यह बढ़कर 192 करोड़ रुपये पहुंच गया।
जिला आबकारी अधिकारी सुशील कुमार मिश्र का कहना है कि क्रिसमस से लेकर महीने के आखिरी दिन तक शराब की खूब बिक्री हुई। यानी गत वर्ष दिसंबर महीने से इस बार दिसंबर में 29 करोड़ रुपये अधिक राजस्व प्राप्त किया गया।आखिरी के दो दिनों में शराब खरीदने के लिए दुकानों में भीड़ लगी रही। दरअसल शराब की बिक्री को देखते हुए सरकार ने दिसंबर के आखिरी सप्ताह में शराब की दुकानों को 10 बजे के बजाय रात 11 बजे तक खोलने की अनुमति दी थी।लखनऊ में 1100 से अधिक शराब की दुकानें हैं जिनमें अंग्रेजी की करीब 212 और देशी शराब की 567 दुकानें हैं। 55 के करीब माडल शाप हैं और शहर में 103 बार पंजीकृत हैं।.