यूपी के आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी ने कहा कि अवैध और जहरीली शराब का धंधा किसी कीमत पर नहीं चलने दिया जाएगा। पूरे प्रदेश में रोजाना गुप्त छापेमारी की जा रही हैं। टीम पर हमला करना भी माफिया को भारी पड़ेगा।
प्रदेश के आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी ने कहा कि अवैध और जहरीली शराब का धंधा किसी कीमत पर नहीं चलने दिया जाएगा। पूरे प्रदेश में रोजाना गुप्त छापेमारी की जा रही हैं। टीम पर हमला करना भी माफिया को भारी पड़ेगा। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दौराला डिस्टलरी की मुख्यालय से निगरानी की जाएगी।

इसके लिए डिस्टलरी के सभी सीसीटीवी कैमरे मुख्यालय से लिंक करने का निर्देश दिया गया है।आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी ने समीक्षा का सिलसिला शुरू करते हुए शनिवार को मेरठ जोन में शामिल चार मंडलों के 18 जनपदों की समीक्षा की। अवैध शराब के धंधे को बंद कराने के लिए मौजूदा नियमों के साथ साथ अन्य उपायों पर भी मंथन किया। कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह तथा आइजी प्रवीन कुमार ने भी अपने अनुभवों के आधार पर सुझाव दिए हैं। जिनपर सख्ती से काम कराया जाएगा। किसी कीमत पर अवैध बिक्री नहीं होने दी जाएगी। मेरठ जोन में भी सख्ती से अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है।
सड़क से शराब की डिलीवरी की होगी जांच
आबकारी आयुक्त ने मेरठ में हाल ही में पुलिस लाइन के पास सड़क पर ही ट्रक खड़ा करके लाइसेंसी दुकानदारों के वाहनों को शराब की डिलीवरी करने की घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि यह नियमविरुद्ध है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
आबकारी आयुक्त के प्रमुख निर्देश
अवैध व विषाक्त मदिरा को शून्य करना प्रथम लक्ष्य है। इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
विभागीय जांच रिपोर्ट 15 दिन में पूर्ण की जाए। शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करें।मेथेनॉल की बिक्री, संचयन, परिवहन पर नियंत्रण रखा जाए।जोनल कंट्रोल रुम को 24 घंटे संचालित करें और उसका प्रचार करें।शराब माफियाओं की लिस्ट अपडेट करें और प्रत्येक जनपद के तीन बड़े माफिया के नाम दें।दर्ज मामलों में शराब माफिया के नाम न कटने पाएं।
दौराला डिस्टलरी का निरीक्षण
आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन शनिवार को दौराला शुगर मिल की डिस्टलरी फैक्ट्री का निरीक्षण करने पहुंचे। आयुक्त का स्वागत दौराला शुगर मिल के महाप्रबंधक संजीव खाटियान ने किया। आयुक्त सबसे पहले डिस्टलरी फैक्टरी में कांच की बोतल बनाने वाले प्लांट में पहुंचे। विदेशी कंपनी पर कांच की बोतल बनाने का टेंडर है। उसके बाद शराब बनाने वाले प्लांट में गए, जहां शराब किस तरह से तैयार की जाती है, इसकी जानकारी संबंधित इंजीनियरों से ली।